बिहार
- मुजफ्फरपुर का चतुर्भुज स्थान: यह बिहार का सबसे प्रसिद्ध रेड लाइट एरिया है। यहां सेक्स वर्कर्स की स्थिति बहुत ही दयनीय है। कई बार यहाँ ब्लैक नाइट स्कैंडल्स देखे गए हैं, जिसमें वेश्यावृत्ति के अवैध नेटवर्क और पुलिस की मिलीभगत की घटनाएं सामने आती हैं।
- मधुबनी का ललितपुर इलाका: यह इलाका भी सेक्स वर्कर्स के लिए जाना जाता है। यहां पर युवतियों की तस्करी जैसी घटनाएं सामने आती हैं। ब्लैक नाइट स्कैंडल के दौरान कई बार बड़े गिरोह पकड़े गए हैं।
- पटना का फ़्रेज़र रोड: पटना में स्थित यह जगह सेक्स वर्कर्स के संदर्भ में विख्यात है। यहाँ अवैध गतिविधियाँ जैसे ब्लैक नाइट स्कैंडल अक्सर सामने आते हैं। कई बार छापों में पुलिस को सेक्स रैकेट मिले हैं।
बिहार
बिहार में मुजफ्फरपुर का चतुर्भुज स्थान सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है, जिसका इतिहास लगभग सौ साल पुराना है। यहां पहले भव्य मेले और थियेटर होते थे, जिससे धीरे-धीरे वेश्यावृत्ति का विकास हुआ। महिलाएं मुख्य रूप से लोकल इलाकों के साथ ही बंगाल, झारखंड, और आसपास के राज्यों से लाई जाती थीं। प्रशासन के प्रयासों के बावजूद यह क्षेत्र सक्रिय है और यहां नाबालिग लड़कियों की तस्करी का भी खतरा है
रेड लाइट एरिया की स्थिति में भविष्य में क्या बदलाव आ सकते हैं?
- सोनागाछी की कहानियाँ”: कोलकाता के सोनागाछी रेड लाइट एरिया की जीवन संघर्ष और यहाँ की वेश्याओं की जद्दोजहद पर आधारित डॉक्यूमेंट्री।
- “जीबी रोड का सच”: दिल्ली के गोल मार्केट इलाके की कहानी, जो भारत के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में से एक है।
- “कामथीपुरा की सच्चाई”: मुंबई के इस बड़े रेड लाइट एरिया की सामाजिक, आर्थिक और मानवीय पहलुओं पर आधारित फिल्में और वीडियो।
- “रेड लाइट डिस्ट्रिक्ट”: एम्स्टर्डम के रेड लाइट डिस्ट्रिक्ट की ऐतिहासिक और सामाजिक स्थिति पर आधारित कई डॉक्यूमेंट्री।
- “जीवन और कलंक”: रेड लाइट एरिया में काम करने वाली महिलाओं की जिंदगी, उनके संघर्ष और समाज के नजरिये पर आधारित कहानियाँ।
- कई भारतीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माता और पत्रकार इस विषय पर विस्तार से काम कर चुके हैं, जिनकी रिपोर्ट्स और डॉक्यूमेंट्री लोकप्रिय हुई हैं।