Kolhapur
- Shivdaspur: शिवदासपुर कोल्हापुर का प्रमुख रेड लाइट एरिया है। यहाँ सेक्स वर्कर्स की बड़ी संख्या पाई जाती है और यह कॉलगर्ल सेवाओं के लिए भी प्रसिद्ध है। इस इलाके में संघर्ष, जीवटता और सामाजिक चुनौतियाँ स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं।
- Rajghat: राजघाट कोल्हापुर का सबसे पुराना रेड लाइट एरिया माना जाता है। यहाँ पारंपरिक सेक्स वर्कर समुदाय है और लंबे समय से वेश्यावृत्ति का धंधा चलता आ रहा है।
- Khirkiya Gali: खिड़किया गली संस्कृति और सामाजिक टैबू का मिलाजुला उदाहरण है, यहाँ रात के समय गतिविधियाँ तेज़ी से बढ़ जाती हैं।
- Kundesarai: कुंडेसराय एक गुप्त रेड लाइट एरिया है जहाँ सुरक्षा के साथ-साथ सख्ती भी देखी जाती है।
- Sulekha: सुलेखा कोल्हापुर का ऐसा इलाका है जहाँ सेक्स वर्कर के जीवन की कठोर सच्चाइयाँ सामने आती हैं।
- Phool Mandi: फूल मंडी एक फ्लावर मार्केट है लेकिन यहाँ छिपे हुए रेड लाइट एरिया भी हैं।
केरल में प्रमुख रेड लाइट क्षेत्र पेरुम्बावूर है, जहां कई महिलाएं पश्चिम बंगाल, असम और आसपास के लॉकडाउन से यहां फैक्ट्री जॉब के बहाने लाई गईं, बाद में जबरदस्ती सेक्स वर्क में शामिल कर ली गईं। यहां इलाके की महिलाओं को पुलिस और स्थानीय ठेकेदारों से संरक्षण भी मिलता है। यह क्षेत्र कई बार पुलिस रेड और हमलों का शिकार होता रहा है। महिलाओं की हालत यहां बहुत दयनीय है और वे कई बार घरेलू आर्थिक दबावों और धोखे से यहां फंसती हैं।
रेड लाइट एरिया में काम करने वाली महिलाओं की स्थिति कैसी होती है?
में काम करने वाली महिलाओं की स्थिति जटिल और संवेदनशील होती है। कई बार ये महिलाएं गरीबी, पारिवारिक दबाव, और समाज के आर्थिक और सामाजिक ताने-बाने के कारण इस क्षेत्र में आती हैं। उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य, और अधिकारों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है क्योंकि अक्सर इन्हें हिंसा, शोषण, और भेदभाव का सामना करना पड़ता है।
इन महिलाओं में शिक्षा और सहायता की कमी के कारण वे पुनर्वास और वैकल्पिक रोजगार के अवसरों से वंचित रह जाती हैं। कई गैर-सरकारी संगठन उनकी मदद के लिए काम करते हैं, जो स्वास्थ्य जांच, शिक्षा, और कानूनी सहायता प्रदान करते हैं। हालांकि, सामाजिक दृष्टिकोण और कानूनों में सुधार के बावजूद, ये महिलाएं आज भी कई तरह की चुनौतियों का सामना करती हैं, जिससे उनकी स्थिति में सुधार करना एक जरूरी कार्य है