Mumbai
- Kamathipura: कामाठीपुरा भारत का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध रेड लाइट एरिया है। यहाँ हजारों सेक्स वर्कर रहती हैं और यह ब्रिटिश काल से चला आ रहा है। सेक्स ट्रेड यहाँ हर तरह का पाया जाता है, और ‘ब्लैक नाइट स्कैंडल्स’ के कई मामले रिपोर्ट हुए हैं।
- Grant Road/Jamuna Mandi: ग्रांट रोड में ‘जमुना मंडी’ रेड लाइट जिला है, जिसमें दक्षिण भारत की लड़कियाँ पाई जाती हैं। यहाँ का बजट कम है और कई पुराने वेश्यालय यहाँ काम करते हैं।
- Falkland Road: फॉकलैंड रोड ग्रांट रोड के पास है, जहाँ सड़क पर वेश्यावृत्ति आम है। यहाँ डांस बार और होटल बहुत प्रसिद्ध हैं।
- Garib Nagar: गरीब नगर रेलवे लाइन के पास है, इसमें वेश्यावृत्ति और ड्रग्स का व्यापार होता है।
- Ghatkopar: घाटकोपर मुंबई का पूर्वी रेड लाइट एरिया है, जिसमें करीब 1500 सेक्स वर्कर काम करती हैं।
मुंबई के कामाठीपुरा रेड लाइट एरिया की स्थापना ब्रिटिश काल में 1795 के बाद हुई। यह क्षेत्र शुरू में एक मजदूर कॉलोनी था, जहां कर्नाटक और दक्षिण भारत के कामगार लाए गए थे। ब्रिटिश सरकार ने यहां सैनिकों के मनोरंजन के लिए वेश्याओं को तैनात किया। यूरोपीय और जापानी महिलाओं को भी यहां लाया गया था, और इस रोड को “सफेद गली” कहा जाता था क्योंकि यहां यूरोपीय महिलाएं रहती थीं। समय के साथ यह क्षेत्र बढ़ा और एशिया का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया बन गया। 1990 के दशक में इस क्षेत्र की स्थिति खराब होती गई, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने इसे कई बार पुनर्गठित करने की कोशिश की। 2018 में सरकार ने इसे शहर के पुनर्विकास के लिए ध्वस्त कर दिया परन्तु काम करती महिलाएं अन्य जगह चले गईं।
रेड लाइट एरिया की गरीबी और सामाजिक स्थिति कैसी है?
में गरीबी और सामाजिक स्थिति आमतौर पर बहुत विकट होती है। यहाँ काम करने वाली कई महिलाएं आर्थिक मजबूरी, सामाजिक हाशिए पर होने, और शैक्षिक अभाव के कारण इस क्षेत्र में आती हैं। सामाजिक भेदभाव और कलंकित दृष्टिकोण के कारण इन महिलाओं को समाज की मुख्यधारा से अलग रखा जाता है, जिससे उनकी जीवन स्थिति और भी कठिन हो जाती है। गरीबी और सामाजिक असमानता के कारण यहाँ पुनर्वास और समावेशन की दिशा में लगातार प्रयास आवश्यक हैं।